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वैक्सीन ( टीका) और कोरोनावायरस
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जब हम छोटे थे तो पोलियों से बचाव के लिए माँ बगल वाली आँगन- बाड़ी में ले जाती थी और वहां हमारे मुंह में आँगन- बाड़ी वाली दीदी दो बूँद कोई कडवी से चीज डाल देती थी| सब कहते, ये पोलियों का टीका है| लेकिन आखिर ये टीका होता क्या है? क्यों जरूरत है हमें इसकी और आज जब पूरे विश्व पर कोरोना वायरस का संकट मंडरा रहा है तो हम टीकों पर बात क्यों कर रहे हैं| इन तमाम सवालों के जवाब हैं इस आलेख में| लेखक हैं प्रीति प्रकाश, मॉडरेटर हैं प्रीति प्रकाश| सरकारी अस्पताल में जन्म लेने के तुरंत बाद डॉक्टर हमें एक चार्ट पेपर दिया और भाभी को समझाया कि बच्ची को किस- किस महीने, कौन - कौन से टीके लगेंगे| भाभी ने सभी दिशा निर्देशों का पालन किया और नियमित समय पर सारे टीके लगवाएं| आज हमारी भतीजी स्वस्थ है और पूरे घर को अपनी बातों और शरारतों से गुलजार कर के रखती है| ये कहानी सिर्फ मेरी भतीजी के नहीं है| देश में जन्म लेने वाले हर बच्चे के माता- पिता अगर जागरूक हैं तो वो इस बात का ख्याल रखते हैं कि उनके बच्चे का टीकाकरण नियमित रूप से हो| सरकार भी इस बात का पूरा ध्यान रखती है कि इस सम्बन्ध में...
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ( कृत्रिम बुद्धिमत्ता) और इंसानी रोबोट
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2016 में 'लाइफ ओके' पर एक सीरियल आया था 'बहु हमारी रजनीकांत'| इस सीरियल में एक वैज्ञानिक 'शान' अपने जीवन की परेशानियों से बचने के लिए एक रोबोट बनाता है जिसे वह नाम देता है - 'रजनी'| शान, रजनी को अपनी पत्नी के रूप में दुनिया के सामने लाता है और यही शुरू होती है एक इंसानी रोबोट की मजेदार दास्तान| यह सीरियल एक विज्ञान फतांसी था और इसे दर्शकों का भरपूर प्यार मिला| लेकिन एक काम जो बड़े चुपके से इस सीरियल ने किया वो था HUMANOIDS यानि इंसानी रोबोट से हमारा परिचय कराने का काम| रोबोट से हम काफी समय से परिचित हैं लेकिन जब कोई रोबोट अपनी क्षमता को काफी विकसित कर बिलकुल इंसानों की तरह बन जाता है तो उसे HUMONOIDS यानि इंसानी रोबोट कहते हैं| रोबोट में यह क्षमता आती है 'आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस' यानि कृत्रिम बुद्धिमत्ता के द्वारा| अब ये कृत्रिम बुद्धिमत्ता क्या है, आईये जानने की कोशिश करते हैं 'रवि कुमार' की कलम से, मॉडरेटर हैं प्रीति प्रकाश| कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानि (AI) कंप्यूटर विज्ञान की वह शाखा है जिसमे इंसान ऐसे कंप्यूटर का निर्माण करता ह...
हंटा वायरस - क्या वाकई डरना जरूरी है?
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पिछले कुछ दशकों के वायरस के रिसर्च ने हमें सिखाया है कि अगर हमें स्वस्थ रहना है तो आस- पास के जानवरों को भी स्वस्थ रखना होगा| 'इबोला' जैसी महामारी तब फ़ैली जब तथाकथित रूप से एक व्यक्ति किसी संक्रमित बन्दर या फल खाने वाले चमगादड़ के संपर्क में आया| 'मर्स' (MERS- MIDDLE EASTERN RESPIRATORY SYNDROM) अरबी देशों में ऊंट द्वारा इंसानों में फैला| कुछ- कुछ वैसा ही है हंटा वायरस जो हमारे आस- पास में बसे रोडेन्टस द्वारा फैलता है| रोडेंट बोले तो आस- पास रहने वाले चूहा, गिलहरी, खरगोश जैसे छोटे जानवर| ...